NOT KNOWN FACTS ABOUT BAGLAMUKHI SHABHAR MANTRA

Not known Facts About baglamukhi shabhar mantra

Not known Facts About baglamukhi shabhar mantra

Blog Article



To make use of social login You need to concur Along with the storage and handling within your knowledge by this Web-site. %privacy_policy%

इन दो बगला-शाबर मन्त्रों के अतिरिक्त भी एक अन्य शाबर मंत्र गुरु-प्रसाद स्वरूप हमें प्राप्त हुआ था, जिसका उल्लेख मैं यहाँ कर रहा हूं। इस मन्त्र का विधान यह है कि सर्वप्रथम भगवती का पूजन करके इस मन्त्र का दस हजार की संख्या में जप करने हेतु संकल्पित होना चाहिए। तदोपरान्त एक निश्चित अवधि में जप पूर्ण करके एक हजार की संख्या में इसका हवन ‘मालकांगनी’ से करना चाहिए। तदोपरान्त तर्पण, मार्जन व ब्राह्मण भोजन कराना चाहिए। तर्पण गुड़ोदक से करें। इस प्रकार इस मन्त्र का अनुष्ठान पूर्ण होता है। फिर नित्य-प्रति एक माला इस मन्त्र की जपते रहना चाहिए। इस मन्त्र का प्रभाव भी अचूक है अतः निश्चित रूप से साधक के प्रत्येक अभीष्ट की पूर्ति होती है। मन्त्र इस प्रकार है

पीत-वर्णां मदाघूर्णां, दृढ-पीन-पयोधराम् ।

When chanted with sincerity even though meditating on Baglamukhi, this mantra can read more provide rapid alleviation and ultimate protection. While this mantra can guard the vulnerable and faithful, it is actually crucial that it not be utilised for evil.

तंत्र साघक विना गुरू की सहमति के तथा वापसी प्रयोग होने पर बचाव प्रकरण सिद्ध होने पर ही प्रयोग करें।

पाणिभ्यां वैरि-जिह्वामध उपरि-गदां विभ्रतीं तत्पराभ्याम् ।

पीताम्बरालंकृत-पीत-वर्णां, सप्तोदरीं शर्व-मुखामरार्चिताम् ।



Meaning: A mantra associated with the Vitality of attraction and appreciate. 'Mam' suggests 'mine' or 'my.' 'Vashyam' means 'under my Handle' or 'affect.' 'Kuru Kuru' is an emphasis that adds intensity into the mantra, and 'Swaha' is really a phrase Utilized in Vedic rituals to invoke the deity or express commitment.

गदाऽभिघातेन च दक्षिणेन, पीताम्बराढ्यां द्वि-भुजां नमामि ।।२

 इस मंत्र का प्रयोग आजमाने हेतु या निरपराधी व्यक्ति पर भूल कर न करें नहीं तो दुष्परिणाम भोगने ही पड़ जाता है।

An additional baglamukhi mantra advantage of this mantra involves legal professionals fixing a risky scenario, politicians having undesirable attention, and so forth., and they can get the desired success if they chant this mantra.

सर्व-मन्त्र-मयीं देवीं, सर्वाकर्षण-कारिणीम् । सर्व- विद्या-भक्षिणीं च, भजेऽहं विधि-पूर्वकम् ॥

ॐ मलयाचल बगला भगवती महाक्रूरी महाकराली राजमुख बन्धनं ग्राममुख बन्धनं ग्रामपुरुष बन्धनं कालमुख बन्धनं चौरमुख बन्धनं व्याघ्रमुख बन्धनं सर्वदुष्ट ग्रह बन्धनं सर्वजन बन्धनं वशीकुरु हुं फट् स्वाहा।

Report this page